Tuesday 29 September 2015

...हो सकता है रिकार्ड रूम ही जला दिया जाये-जैन

उच्च स्तरीय जांच हो,दोशियो को सज्जा मिले

भाजपा नही चाहती जांच,बोर्ड को बदनाम करना चाहती है


बाड़मेर 29 सितम्बर। नगरपरिषद में आधा दर्जन के करीब मुकदमो के बाद ताले लगे कर्मचारी गायब हैं जनता परेशान आयुक्त  से लगाकर सभी अधिकारी गायब लगभग नगर परिशद् के बन्द से हालात नजर आ रहे है। ये बात बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने पत्रकारो से रूबरू होते हुए पत्रकार वार्ता में कही। उन्होने कहा कि दो वर्श पहले ही मेने कहा कि नगर परिशद् में भ्रश्टाचार हो रहा है तब मुझ पर आरोप लगाये गये थे की वो महिला सभापति को काम नही करने देना चाहते है। आज परते खुल रही है,सरकारी जमीनो पहाडो,वनो सहित कई तरह की जमीनो के फर्जी पट्टे बने और दलालो के मार्फत जमीन भुमाफियाओं के पास गई। जैन ने कहा कि कुछ फाईले नही परिशद् से करीब 1500 से 2000 फाईले गायब है जिसका प्रष्न विधानसभा में भी उठाया था। इस भ्रश्टाचार को उस वक्त ही रोका गया होता तो आज ये दिन नही आते। जैन ने कहा कि नगर परिशद् के मामलो की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये और जो दोशी है उन सब को सजा हो और जनता को राहत मिले। जैन ने कहा कि फाइले गायब होना बडा मसला। पैसे जमा करवा कर अब नाटक किया जा रहा हैं कि हस्ताक्षर उनके नही हैं। जांच प्रभावित करने के लिए यह पूरा षड्यंत्र रचा जा रहा है और खानापूर्ति की जा रही हैं और इसमें दोशीयों को  बचाया जा रहा हैं जो पूरे घोटाले में लिप्त हैं।
कम्प्यूटर जलाने का मामला दर्ज हुआ इसमें पूरी साजिश- कम्प्युटर जलाने का मामला जो हुआ वो षाजिष के तहत हुआ। उन्होने आषका जताई की हो सकता है की कुछ समय बाद रिकार्ड रूम में ही आग लगा दी जाये, क्योंकि जो घोटाले हुए उनकी परते अब खुलने लगी है। कम्प्युटर जलाने वाले मामले को भी दबाने की कोषिष की जा रही है। उन्होने भाजपा पर आरोप लगाया कि वो नही चाहती की जांच सही हो,भाजपा चाहती है काम नही हो जिससे ये बोर्ड बदनाम हो।
विद्युत उपकरण खरीद में करोड़ो का घपला- शहर में विद्युत पोल से ज्यादा लाईट्स खरीदी गई हैं और उसमें बिल भी पास कर दिये गये अगर इसमें उच्च स्तरीय की जांच हो तो कई लोग बेनकाब होगे। बीजेपी के नेता जानबूझ कर इसमें कार्रवाई नही होने दे रही हैं,उसका निषाना इस बोर्ड को बदनाम करना
उच्च न्यायालय के आदेश हवा हुए-सफाई सहित कई मामलो दायर याचिका के फैसले की भी पालना नही हो रही है। षहर के हालात खराब है,सफाई नही हो रही है लोगो के दैनिक कार्यो के लिये भटकना पड रहा है अधिकारी और कर्मचारी परिशद् में नही बैठ रहे है। कोई जबाब देेने वाला नही है। जैन ने कहा कि जो बदमाशी में लिप्त सभी के खिलाफ कार्रवाई हो। भूमाफिया और बदमाश बचाये नहीं जाने चाहिए।
हो सबकी जांच तो खुले राज-1468 बहुचर्चित खसरा में बडी बडी बातें करने वाले जिला प्रशासन ने 1462 में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को कैसे सहन कर लिया ? जबकि कई लोगो ने कलक्टर से कमिश्नर तक शिकायत भी लेकिन उसे जानबूझ कर नजरअंदाज किया जा रहा हैं। दमाराम माली के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाना गलत। षहर में ओर भी कई माॅल बने हुए उन पर कार्यवाही क्यों नही की जा रही। ये मामला र्दुभावना से प्रेरित कर किया गया है।
पूर्व आयुक्त ने क्या कार्य किया बताये-धर्मपाल जाट ईमानदार थे लेकिन काम क्या किया शहर में ? सिवाय खाद्य सुरक्षा योजना में गरीबो के नाम काटने के। मुझ पर आरोप लगाया कि मैंने शिकायत कर उन्हें हटवाया यह पूरी झूठी खबर फैलाई गई। अधिकारियो को बीजेपी नेताओ के द्वारा काम करने से रोका जा रहा हैं ताकि बोर्ड को बदनाम किया जाए।
आईएचएसडीपी योजना में हो सभी वार्डो में जांच- आईएचएसडीपी योजना में पूरा घपला हुआ लेकिन केवल एक वार्ड को टारगेट कर निशाना बनाया जा रहा हैं। जांच स्पष्ट होनी चाहिए और बाहरी अधिकारी के द्वारा होनी चाहिये। उन्होने कहा कि नगर परिशद् के कर्मचारीयों द्वारा नही बाहरी एजेन्सी द्वारा जांच हो जिससे निश्पक्ष जांच हो सकेगी।
उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन की मांग- जैन ने कहा कि नगर परिशद् के मामलो में उच्च स्तरीय जांच कमेटी की मांग जिला कलक्टर से करते है। उन्होने कहा कि पुरे मामलो की निश्पक्ष जांच हो जिससे भुमाफिया छुटे नही,दोशियों को सजा हो ताकि बाड़मेर का रूका हुआ विकास फिर से प्रारम्भ हो सके।

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