Monday 7 September 2015

खरतरगच्छाचार्य के निश्कासन को महासंघ् ने किया निरस्त

चन्द्रप्रकाष छाजेड़
मालपुरा। अखिल भारतीय खरतरगच्छ महासंघ की राश्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिनांक 6 सितम्बर, रविवार को मालपुरा में दादा के दरबार में अध्यक्ष रिखबचंद झाडचूर की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें गच्छ हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में दिनांक 10 जून को गणाधीष उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. द्वारा आचार्य श्री पीयूशसागरसूरिष्वरजी म.सा. को सुखसागर समुदाय से पृथक करने के लिए जारी
किया गया पत्र को जल्दबाजी में दिया गया पत्र करार देते हुए उसे अमान्य घोशित किया तथा आचार्य श्री का निश्कासन गच्छ हित में निरस्त समझा गया। बैठक में पालीतणा में आयोजित साधु-साध्वी सम्मेलन महासंघ के तत्वाधान में ही होना चाहिए इसके लिए अन्य कोई स्वतंत्र संस्था मान्य नहीं होगी। अगर कोई स्वतंत्र संस्था बनाई जाती है तो उस पर एकमात्र निर्णायक महासंघ ही होगा अखिल भारतीय खरतरगच्छ महासंघ द्वारा लिए गए गच्छ हित में इन महत्वपूर्ण निर्णयों की भारतभर के खरतरगच्छ संघों ने अनुमोदना की।

                                                                                                           


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