Saturday 5 September 2015

भगवान श्रीकृष्ण का प्राक्टय पूज्य गौमाता की सेवार्थ ही हुआ था- सुथार



बाड़मेर 05 सितम्बर। भगवान श्रीकृष्ण का इस धरा पर प्राकट्य पूज्या गौमाता की सेवा के निमित्त ही हुआ है। आज हम जन्माष्टमी के पावन पर्व पर संकल्प लें कि भगवान श्रीकृष्ण की परम् आराध्या पूज्या गोमाता एवं
उनके वंश के रक्षण, संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु तन, मन एवं धन से सदैव तत्पर रहेगें। उक्त उद्गार श्री गोपाल गोर्वधन गौशाला पथमेड़ा शाखा बाड़मेर द्वारा निराश्रित दुर्घटनाग्रस्त एवं गंभीर बीमार गोवंश की चिकित्सा एवं आश्रय हेतु संचालित संवेदनशील प्रकल्प श्री पथमेड़ा गौ चिकित्सालय में जन्माष्टमी के पावन पर्व पर आयोजित गौ सेवा संकल्प कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखर गोभक्त एवं प्राचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अम्बालाल सुथार ने मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यक्त किये कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वास्तुकार धनराज शर्मा ने सभी गौभक्तों से पीडि़त गौवंश की सेवा से जुड़ने का आह्वान किया। श्री पथमेड़ा गौचिकित्सालय के व्यवस्थापक कंवराजसिंह राठौड़ ने बताया कि इस अवसर पर नरेन्द्रसिंह आलोक ने गौपुष्टि यज्ञ करवाया। समाजसेवी नवलाराम चैधरी एवं पृथ्वीसिंह भाटी ने गौपूजन किया। कार्यक्रम का संचालन श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा शाखा बाड़मेर के व्यवस्थापक आलोक सिंहल ने किया कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन गिरधारीलाल जांगिड़, चिकित्सालय परिचय दिलीप तिवाड़ी एवं धन्यवाद जेताराम परमार ने व्यक्त किया। बालकृष्ण
का रूप धारण किये कन्हैया जांगिड़ की बछड़ों के साथ लीलाएं देख गौभक्त आनन्दित हो गये। इस अवसर पर लीलसिंह उण्डखा, दिलीप लोहिया, आनन्द पुरोहित, मदनसिंह राठौड़, हरफूल माली, सुरेशसिंह दईया,
फतेहसिंह शिवकर, सुभाष शर्मा, सोहनलाल विश्नोई, सवाईसिंह भायल, ओमप्रकाश माली, राजूराम बेनिवाल, राणसिंह आगोर, भुदरराम चैधरी, मलाराम विश्नोई सहित सैकड़ो की संख्या में गौभक्त उपस्थित थे।

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