Monday 7 September 2015

तहजीब की भाषा उर्दू को नही मिटने देंगे

जसवंत हरितवाल
बाड़मेर 7 सितम्बर। तहजीब की जबान कहे जाने वाली उर्दू की सरकार नजर अंदाज
को लेकर मुस्लिम समाज व तहरीक ए उर्दू राजस्थान बाड़मेर के संयुक्त
तत्वाधन में सोमवार को उर्दू जबान बचाओ मुहिम के तहत एक प्रतिनिधि मण्डल
ने जिला कलक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक बाड़मेर को ज्ञापन सौपे।
मुहिम के तहत मुस्लिम इंतेजामिया कमेटी के पूर्व सदर असरफ अली खिलजी के
नेतृत्व में राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अनीस अहमदए
उपाध्यक्ष सईद अहमदए मदरसा पैराटीचर्स संघ के प्रदेश महा सचिव इनायत
नोहडीए मुस्लिम छात्र संघ के प्रमुख इस्लाम बासनपीरए मुस्लिम महासभा के
जिलाध्यक्ष मठार खानए महाविद्यालय के संयुक्त सचिव बरकत अली सहित कई
सरपंच एक प्रतिनिधि मण्डल ने जिला कलक्टर से मुलाकात कर बताया कि समूचे
राजस्थान की तरह बाड़मेर जिले में भी उर्दू व्याख्याता एवं द्वितीय श्रेणी
उर्दू विषय के लगभग 145 पद समाप्त कर दिये गये। स्टाफिंग पेटर्न के तहत
समाप्त किये गये इन पदो के कारण बाड़मेर जिले में मुश्किल से शुरू हुए
उर्दू के पदो को समाप्त करना उर्दू जबान के साथ ही नही वरन अल्पसंख्यक
बच्चो के साथ भी अन्याय हैं। सरकार के इस कदम ने उर्दू जबान को हाशिए पे
ला खडा किया है। इसके अलावा राजस्थन लोक सेवा आयोग अजमेर द्वारा उर्दू
विषय के अलावा सभी विषयों के नवचयनित व्याख्याताओं को जुलाई 15 में
नियुक्ति दी जा चुकी है।। उर्दू विषय के 221 नव चयनित व्याख्याताओं को
नियुक्ति न देना उर्दू जबान के साथ भेदभाव हैं।
ज्ञापन देने से पूर्व मुस्लिम समाज के लोग और अल्पसंख्यक एवं उर्दू
शिक्षको ने स्थानीय महावीर पार्क में एक सभा का आयोजन किया। सभा को
संबोधित करते हुए असरफ अली खिलजी ने कहा कि उर्दू जबान अदब की जबान है पे
किसी कौम विशेष से ताल्लुक नही रखती। इसके संरक्षण एवं सुरक्षण के लिए
सरकारी स्तर पर भरपूर प्रयास किये जाएगे। अनीस अहमद और सईद अहमद ने उर्दू
जबान की उपेक्षा के लिए सरकारी तंत्र को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पदो
में कटौती करना अल्पसंख्यक बच्चों के भविष्य पर कुठाराघात हैं।
अल्पसंख्यक बच्चे उूर्द विषय को पढने के लिए सरकारी विद्यालयों में
प्रवेश लेते है और वहा जब उर्दू शिक्षक की नही होगे तो बच्चे पढेंगे कहाघ्
इस्लाम खान बासन पीर ने कहा कि हम तहजीब की भाषा उर्दू के लिए हर संघर्ष
करने को तैयार हैंए चाहे हमे धरना प्रदर्शन करना पड़े। सभा में बांदरा
सरपंच खान मोहम्मदए लूणू सरपंच इस्लाईलए भाचभर सरपंच जानू खानए कंटल का
पार सरपंच शकूर खांए दूदा बेरी पूर्व सरपंच सलीम खान आबडाए देरासर पूर्व
सरपंच शोकत अली एवं गुल मोहम्मद कंटल का पारए पूर्व सरपंच बशीन खानए
दोस्त अली सिकन्दर सहित कई लोग उपस्थित थे।

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