राकेश जैन
बायतु:सरदार वल्लभ भाई पटेल सही समय पर सही फैसला लेने की काबिलियत के कारण उन्हें लौह पुरूष का नाम मिला|वे सरदार कहलाते थे लेकिन उनकी मूल शक्ति सिपाही होनें में थी यह बात सरदार वल्लभ भाई पटेल की 140 वीं जयन्ती एवं इन्दिरा गांधी की 31वीं पूण्यतिथि पर स्थानीय बालाजी छात्रावास के प्रबंधक कुम्भाराम चौधरी नें छात्रों से कही|चौधरी नें बताया कि महात्मा गांधी और पटेल के बीच गुरू शिष्य जैसे सम्बन्ध थे|पटेल में भीतर से संवेदनशील, प्रतिभा की पहचान,तालमेल की कला,धर्म निरपेक्ष मुल्यों में आस्था जैसे कई गुण विद्यमान थे|छात्रावास निदेशक गणपत चौधरी नोसर ने बताया कि इन्दिरा गांधी में फैसलो पर अडिग,शिष्टाचार,निर्भीकता, तरक्की पसंद नजरीया,पर्यावरण प्रेमी,संवेदनशील,भावुक,सुक्ष्म निरीक्षण की शक्ति जैसे कई गुण थे|चौधरी ने बताया कि पटेल कहते थे कि कठिन समय में कायर व्यक्ति बहाना ढूंढते है और बहादूर व्यक्ति अपना रास्ता खोजता है|चौधरी नें छात्रों से हमेशा पटेल के आदर्शों पर चलनें की बात कहीं|कार्यक्रम में सुखदेव खीचड़, राकेश कुमार जैन, मूलाराम बैरड़ रतेऊ,राजूराम पोटलिया एवं कई विद्यार्थी उपस्थित थे|
Saturday 31 October 2015
सही समय पर सही फैसला लेते थे पटेल
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