Friday 2 October 2015

जातिवाद को त्याग कर राष्ट्र विकास के मार्ग पर आगे बढ़ें : प्राचार्य डॉ चरण सिंह

बाड़मेर, 2 अक्टूबर ‘युवा गांधीजी के आदर्शों का अनुसरण कर क्षेत्रियता व जातिवाद को त्याग कर राष्ट्र
विकास के मार्ग पर आगे बढ़ें|’ ऐसे विचार एम. बी. सी. राजकीय महिला महाविद्यालय, बाड़मेर में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं छात्र संघ द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस समारोह में प्राचार्य डॉ चरण सिंह ने व्यक्त किये| उनके अनुसार सामाजिक समानता व राष्ट्रीय अखंडता के लिए गाँधीजी द्वारा किये गए प्रयास आज भी उतने ही सार्थक हैं| डॉ हुकमाराम सुथार के अनुसार गांधीजी सिर्फ बाहरी स्वच्छता को ही महत्व न दे कर आत्मिक शुद्धि पर बल देते थे| डॉ उदय सिंह के अनुसार गांधीजी सच्चे अर्थों में आचार्य थे| डॉ मृणाली चौहान ने गांधीजी के आर्थिक स्वावलम्बन के लिए खादी के उत्पादन व नमक आन्दोलन के महत्व को उजागर किया| डॉ सरिता व्यास के अनुसार गांधीजी ने अपनी  मनोवैज्ञानिक मेधा का प्रयोग कर ऐसे सिद्धान्तों का प्रतिपादन किया जिससे सामाजिक न्याय व आर्थिक सुरक्षा प्रतिपादित हो| रुचिका मालू ने भक्ति गीत व पूजा शर्मा ने कविता प्रस्तुत की| इस अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में उषा ने प्रथम, प्यारी प्रजापत ने द्वितीय व रानी सोनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया| निबन्ध प्रतियोगिता में करिश्मा धारीवाल व ज्योति राठौड़ प्रथम रहीं, नेहा व जयश्री ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया| कार्यक्रम का संचालन उमा राठौड़ ने किया व धन्यवाद ज्ञापन प्यारी द्वारा किया गया| महाविद्यालयी छात्राओं, एन.एस.एस. स्वयंसेविकाओं व महाविद्यालय स्टाफ ने स्वच्छ भारत
स्वच्छ महाविद्यालय अभियान  के तहत प्रयोगशालाओं को साफ़ कर व्यवस्थित किया|

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