Friday 2 October 2015

सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करें, हादसों को रोकेंःचौधरी

मदन बारुपाल 
 सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के जिला स्तरीय समारोह में  अतिथियो  ने सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करने की अपील करते हुए कहा कि इससे कई अकाल मौतो को रोका जा सकता है। सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करवाने में महिलाएं भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। हेलमेट और सीट बेल्ट को मजबूरी में  नहीं पहने, बल्कि स्वयं एवं अपने परिवारो  के भविष्य की सुरक्षा के लिए पहनें। सांस्कृतिक प्रस्तुतियो  के जरिए भी आमजन को सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करने का संदेश दिया गया।
बाड़मेर, 02 अक्टूबर। सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करने से कई हादसो को रोका जा सकता है। भारत में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती है। सड़क हादसो में सालाना डेढ़ लाख एवं प्रतिदिन चालीस लोग अकाल मौत के शिकार हो जाते है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करने के साथ दूसरे लोगो को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने यह बात शुक्रवार को बाड़मेर आगोर ग्राम पंचायत भवन में आयोजित सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के समापन समारोह के दौरान कही सांसद चौधरी ने कहा कि 70 फीसदी सड़क हादसे ग्रामीण इलाको में  होते है। इसकी मुख्य वजह हाई स्पीड, नशे में वाहन चलाना, सड़क सुरक्षा नियमो की अहवेलना एवं ओवरलोडिंग है।उन्होंने आमजन से सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करने का आहवान किया। इस दौरान बाड़मेर जिले के प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने कहा कि अधिकारी एवं नेता यह तय कर लें कि वे सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करेंगे। साथ ही सड़क सुरक्षा नियमो का उल्लंघन करने पर किसी की सिफारिश नहीं करेंगे।उन्होंनेपूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि भारत में कानून की पालना के लिए सख्ती जरूरी है। मीणा ने कहा कि सड़क सुरक्षा नियमांे की पालना मंे महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। महिलाओ  को अपने पारिवारिक सदस्यांे को सड़क सुरक्षा नियमो की पालना करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। मीणा ने इस अवसर पर सड़क सुरक्षा नियमो  की पालना करने संबंधित शपथ भी दिलाई।
जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने कहा कि यातायात  नियमो की पालना जरूरी है। आमजन को अपनी आदत मंे शुमार करना होगा कि वे सड़क सुरक्षा  नियमो की पालना स्वयं एवं परिवार के भविष्य की सुरक्षा के लिए कर रहे है। उन्हांेने कहा कि सड़क सुरक्षा के  नियमो की पालना करना प्रत्येक नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। आमतौर पर थोड़ी सी लापरवाही के कारण हादसे होते है। ऐसे में प्रत्येक नागरिक को सजग होकर यातायात सुरक्षा  नियमो की पालना करनी चाहिए।
पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कहा कि इस अभियान के तहत अब तक 18 हजार चालान काटे गए है। उन्हांेने कहा कि आमतौर पर यह परिपाटी देखी गई है कि वाहन चालक हेलमेट रखते है लेकिन सिर पर नहीं लगाते, कई बार पुलिस को देखकर आनन-फानन में लगाने की कोशिश करते है। इस परिपाटी को बदलते हुए नियमो का पालन करने की आदत बनानी होगी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हम तय कर लें कि वाहन को स्टार्ट करने से पहले हेलमेट पहनने के साथ सीट बेल्ट लगाएंगे। इससे पहले जिला परिवहन अधिकारी डी. डी. मेघानी ने अतिथियो का स्वागत करते हुए इस अभियान के तहत की गई कार्यवाही के बारे में  विस्तार से जानकारी दी। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पहले बाड़मेर पंचायत समिति के विकास अधिकारी नवलाराम चैधरी ने मुख्यमंत्री वसुंधराराजे के संदेश का पठन किया। कार्यक्रम का संचालन मुकेश पचैरी ने किया। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरड़ा, बाड़मेर आगोर ग्राम पंचायत के सरपंच शंभूसिंह, बाड़मेर ग्रामीण के सवाईसिंह एवं पंचायत समिति सदस्य कल्याणसिंह तथा नरपतसिंह समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
रोचक तरीके से बताए सड़क सुरक्षा नियमः समारोह के दौरान कलाकार नरसिंग बाकोलिया, आनंद आचार्य, बिहारी पंवार ने कठपुतली शो के जरिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देते हुए रोचक तरीके से सड़क सुरक्षा नियमांे की जानकारी दी।
डेमोस्ट्रेशन मशीन के जरिए दी जानकारीः जिला स्तरीय समारोह के दौरान केयर्न इंडिया की ओर डेमोस्ट्रेशन मशीन के जरिए वाहन चालको  द्वारा सीट बेल्ट नहीं लगाने एवं लगाने पर होने वाले नुकसान तथा फायदो  के बारे में  विस्तार से जानकारी दी गई।



No comments:

Post a Comment