Monday 12 October 2015

राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की महत्वाकांक्षी परियोजना भारतमाला का 1491 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरेगा।

मदन बारुपाल 
बाड़मेर। केन्द्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की देश के 17 राज्यों के तटीय एवं सीमा क्षेत्रों से गुजरने वाले 7 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की महत्वाकांक्षी परियोजना भारतमाला का 1491 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरेगा। मंत्रालय द्वारा इन सड़कों का चिन्हीकरण कर हाल ही इनकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के निर्माण के लिए एनएचएआई द्वारा निविदाएं जारी कर दी हैं।

सनिवि एवं परिवहन मंत्री यूनुस खान ने बताया कि राज्य में इस परियोजना के अन्तर्गत 11 सड़कों का चयन किया गया है जिस पर 6 हजार करोड़ रूपए का खर्च अनुमानित है। कई अन्य प्रस्तावों के विचाराधीन होने के कारण इन सड़कों की लम्बाई में अभी और अभिवृद्धि हो सकती है।परियोजना के अन्तर्गत मुनाबाव (एनएच-25)-सुन्दरा-म्याजलार-धानाना-असुतार- घोटरू-तनोट-किषनगढ (भारत-पाक सीमा) 275 किलामीटर, जैसलमेर(एनएच-11)-भाड़ासर-रामगढ़-तनोट 121 किलोमीटर, गंगानगर (एनएच-62)-रायसिंहनगर- अनूपगढ़-रोझरी- अवा-पूगल- बरसातपुर-रंजीतपुरा-चरणवाला- नौख-बाप की 397 किलोमीटर सड़क को शामिल किया गया है।इसी प्रकार जैसलमेर (एन.एच.-11) कानोड-घंटियाली-नाचना-चिनाऊ-नौख 169 किलोमीटर, गागरिया (एनएच-25)-बावरी कलां सेरवा-लखदासार-बाखासर-भारत-पाक सीमा तक 125 किलामीटर, भादासर-सरकारीताला से पाकिस्तान सीमा तक 84 किलोमीटर, नाचना-बाला(बाबला) 47 किलोमीटर एवं नाचना-भारेवाला 40 किलोमीटर सड़क भी इस परियोजना का हिस्सा होगी।
उन्होंने बताया कि इस अपूर्व परियोजना में पागल- अलादीन का बेरा-बेरियांवाला तक की 60 किलोमीटर, जैसलमेर-म्याजलार की 95 किलोमीटर एवं अनूपगढ़ सूरतगढ़ की 78 किलोमीटर सड़को भी शामिल किया गया है।

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