Wednesday 8 June 2016

अतिवृष्टि एवं बाढ़ से निपटने के लिए समुचित तैयारियां करेंःशर्मा

मदन बारूपाल
-जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बाढ़ एवं अतिवृष्टि से निपटने के लिए समुचित तैयारियां की समीक्षा की।
बाड़मेर,  जिले में आगामी दिनां में दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के आगमन पर संभावित अतिवृष्टि अथवा बाढ़ की स्थिति में पूर्व तैयारियां तथा संसाधनां की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि समस्त विभागीय अधिकारी संभावित अतिवृष्टि से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करें, ताकि आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके। उन्हांने सभी अधिकारियां के महत्वपूर्ण टेलीफोन नंबरां की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर शर्मा ने उपखंड एवं तहसील मुख्यालयां तथा जन सुविधाआें से जुड़े सभी विभागां में 15 जून से नियंत्रण कक्ष स्थापित करने तथा उनके दूरभाष नंबर का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने इस दौरान विभागवार बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियां की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियां को कार्य योजना एवं उपलब्ध संसाधनां के बारे में विस्तृत विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्हांने कहा कि उपलब्ध संसाधनां तथा उपकरणां का भौतिक सत्यापन कर उसके संचालन के लिए प्रायोगिक परीक्षण कर लिया जाए। बैठक में आवश्यकतानुसार रेत से कटटे भरवाने, पेयजल की पुख्ता व्यवस्था करवाने, खाद्यान्न, गैस, केरोसीन आदि का प्रर्याप्त स्टाक रखने, पर्याप्त मात्रा में दवाइयां तथा मेडिकल किट रखने, नावां, लाइफ जैकेट, तैराकां की सूची, स्वयंसेवकां तथा स्वयंसेवी संस्थाआें की सूची तैयार रखने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर शर्मा ने बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद के अधिकारियां को बारिश होने से पूर्व ही शहर के नालां की सफाई करवाने, क्षतिग्रस्त सड़कां की मरम्मत करवाने, डिस्काम को विद्युत लाइनां को दुरस्त करवाने तथा क्षतिग्रस्त भवनां की सूची तैयार कर उन पर अनुपयोगी लिखवाने के निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि पुलिस विभाग की ओर से आपदा प्रबंधन की समुचित तैयारियां की गई है। जिला मुख्यालय के साथ पुलिस स्टेशनवार गोताखोर, तैराकां के साथ संसाधनां की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने विभागवार की जाने वाली तैयारियां के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा, जिला रसद अधिकारी राकेश शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी,समादेष्टा होमगार्ड रवि व्यास, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एस.के.एस.बिष्ट, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डा.बी.आर.जैदिया समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देशः जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने सभी अधिकारियां को मानसून के समय बिना उनकी अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ने और विभागीय वांछित सामग्री तथा उपकरणों के साथ संपर्क में रहने के निर्देश दिए।
पंप सेटों एवं पेयजल की व्यवस्था करेंः जिला कलक्टर शर्मा ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को वर्षाकाल में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर निचले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए पम्पसैटों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही पेयजल की व्यवस्था एवं पेयजल स्रोतों के क्लोरीफिकेशन की पर्याप्त व्यवस्था कराने को कहा, ताकि दूषित पेयजल जनित बीमारियां नहीं फैल पाए।
खाद्य सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करेंः बैठक के दौरान जिला रसद अधिकारी राकेश शर्मा को वर्षाकाल में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर उचित मूल्य की दुकानों पर गेहूं, केरोसिन एवं अन्य खाद्य सामग्री का भंडारण करने के निर्देश दिए।
चिकित्सा विभाग नियंत्रण कक्ष स्थापित करेंः चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को वर्षा काल में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर जीवन रक्षक दवाइयां, बाढ़ के समय आवश्यकतानुसार मोबाइल चिकित्सा दल के गठन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। इसी तरह बाढ़ के दौरान तथा उसके उपरान्त फैलने वाली बीमारियों जैसे हैजा, पीलिया, मलेरिया, त्वचा सम्बन्धी, फूड पॉइजनिंग आदि के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए है। इसी तरह पशुपालन विभाग को निर्देश दिए गए कि बाढ़ के दौरान पशुओं में फैलने वाली बीमारियों के इलाज के लिए पर्याप्त दवाईयां, चारे, पशु आहार की व्यवस्था एवं मृत पशुओं का सुरक्षित निस्तारण किया जाए।
जिला स्तरीय टोल फ्री नंबर पर दे सकेंगे जानकारीः बाड़मेर जिला मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 02982-222226 एवं 1077 है। इस पर आमजन किसी तरह की सूचना दे सकते है।
सार्वजनिक जर्जर भवनों की होगी पहचानः जिला कलक्टर शर्मा ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ ऐसे सार्वजनिक भवनों की पहचान करने के निर्देश दिए, जो वर्षाकाल में गिर सकते हैं। उन्हांने सड़क मार्ग से गुजरने वाले नदी नालों, रपट, कलवर्ट आदि पर होकर वर्षा का पानी बहने की आशंका हो, तो उनको चिन्हित कर दोनों ओर साईन बोर्ड लगाकर यातायात प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए।

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