Thursday 20 August 2015

अस्पताल में लपकों पर अंकुश लगाने की कार्यवाही


बाड़मेर 20 अगस्त। राजकीय चिकित्सालय के नवनियुक्त प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. बी. एल. मसुरिया ने पदभार संभालते ही अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ रूप से संचालित किये जाने एवं मरीजों एवं आमजन को सुलभ व बेहतर सुविधा मुहैया हो उसके लिये सर्वप्रथम समस्त डाक्टर्स की एक विशेष मीटिंग आयोजित की गई। मीटिंग में उपस्थित डाक्टर्स ने छोटी-बड़ी समस्याओं को रखते हुये उसके समाधान पर विचार-विमर्श किया गया। राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर के नवनियुक्त प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं कनिष्ठ विशेषज्ञ (चर्मरोग) डा. बी. एल. मसुरिया ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों की जिम्मेदारी विशेष रूप से वार्ड प्रभारी डाक्टर्स पर डालते हुये कहा कि इनडोर में भर्ती होने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को उचित इलाज एवं परामर्श पूरी जिम्मेदारी व प्राथमिकता से किया जावें। यदि किसी मरीज अथवा उनके परिजन को कोई समस्या या परेशानी हो रही है तो उसे अपनत्व की भावना से समझाईश के जरिये सुलझाएं। डा. मसुरिया ने इमेरजेन्सी वार्ड, आईसीयू वार्ड, एफबीएनसी युनिट, मेल-फिमेल वार्ड, सर्जिकल विभाग, आॅर्थोपेडिक विभाग, जच्चा-बच्चा वार्ड, शिशु विभाग, जैनरेटिक वार्ड, पीएनसी, पोस्ट आॅपरेटिव विभाग सहित अस्पताल के इन्डोर वार्डों को सर्वोपरि प्राथमिकता प्रदान करते हुये विशेष फोकस डाला।
लपकों पर अंकुश लगाने की कार्यवाही -ः इस अवसर पर पीएमओ डा. बी एल मसुरिया ने अस्पताल में डाक्टर्स को लपकों दुर रहने एवं उन्हें अस्पताल से बाहर करने की बात कही। बैठक के पश्चात् संभावित लगने वाले लपकों से समझाईश कर अस्पताल परिसर से बाहर रहने के लिये पाबन्द किया गया। साथ ही उन्हें हिदायत दी कि यदि वह अस्पताल परिसर में किसी मरीज अथवा परिजन के साथ इस कार्य में लिप्त पाये गये तो कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
साफ-सफाई, लाईट-पानी पर चर्चा: बैठक में अस्पताल के सम्पूर्ण वार्डोंं, बाथरूम, गैलेरी इत्यादि स्थानों की बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था एवं अस्पताल की लाईट, पीने का पानी इत्यादि बुनियादि व्यवस्थाओं पर भी गहनता से विचार-विमर्श कर इसे और बेहतर करने बनाने के लिये निर्णय लिया गया। 
निःशुल्क दवा व जांच की अनिवार्यता पर जोर: बैठक में समस्त डाक्टर्स को अस्पताल की पर्ची पर ही मरीजों को भर्ती करने, पर्ची पर मरीजों निःशुल्क दवा केन्द्र पर उपलब्ध निःशुल्क दवा लिखने। निःशुल्क दवा केन्द्र से निःशुल्क दवा लेने के लिये प्रेरित करने तथा मरीज को अस्पताल में होने वाली निः शुल्क जांच लिखने इत्यादि के लिये पाबन्द किया गया।


No comments:

Post a Comment