Sunday 16 August 2015

सावन की बारिश अपार; हरा दिखा थार


घमण्डा राम परिहार
बायतु।बारिश की बूंदों से किसानो को दिखी लहराती फसल कुछ दिन चली बारिश ने किसानो की आसपूरी कर दी कुछ साल पहले लोग थार में आना नही चाहते थे क्यों की यहाँ दो जिले बाड़मेर जैसलमेर ऐसे थे जहा पानी की कमी थी और यहाँ सुखा था पर भगवान इंद्रदेव की कृपा से आज यहाँ कई फासले लहराती दिखती हे और अब बहार के लोग भी बाड़मेर आना चाहते हे पहले यहाँ ग्वार और बाजरे की फसल ही होती थी पर अब यहाँ जीरे,चने,आदि की भी फसल होती हे आज जब में आस पास के गाँवो में गया तो वहा बाजरी की फसल 3 फिट से ऊपर आ गई हे और किसान इस बात से बहुत खुस हे की अब गायो के लिए हरी घास भी बहुत होगी और हमारे लिए राजस्थानी सब्जिया भी जेसे खुम्भी,ग्वार फली, आदि कई ऐसी सब्जिया बताई गाँवो में खुशहाली की लहार दिख रही हे! और कई लोग खेत की जुताई करते हुए भी नजर आये !

No comments:

Post a Comment